इसके पहले वे पढ़ने के तौर तरीकों से पूरी तरह अनजान होते थे। ऐसे में शिक्षकों को ज्यादातर मेहनत उन्हें पढ़ाई के लिए तैयार करने में ही लगानी होती थी। प्ले ग्रुप में बच्चों को पठन-पाठन की जानकारी दी जाएगी तो यह उनके लिए कक्षा एक में दाखिले के पहले फाउंडेशन कोर्स सरीखा होगा।
विभागीय जानकारों का मानना है कि आंगनबाड़ी केंद्रों के प्ले ग्रुप में बदलने के बाद प्राथमिक विद्यालयों में भी शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार होगा। अब तक विद्यार्थी सीधे प्राथमिक विद्यालयों में कक्षा एक में दाखिला लेते थे।
